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🌷 रसोई में साधारण उपाय🌷-

1 इलायची सुगंधि का प्रतीक मानी जाती है, जो देवी लक्ष्मी का प्रतिनिधित्व करती है। छोटे से हरे कपड़े में 7 हरी इलायची और ताम्बे की छोटी सी चरण पादुकायें बांधकर अपनी रसोई में कही पर भी लटका दे, जिस से आमदनी बढेगी, लटकाते समय 21 बार ॐ महालक्ष्म्यै नमः मन्त्र का जाप अवश्य करें।

2 लौंग :- दुर्गासप्तशती में लौंग को देवी दुर्गा का अस्त्र माना गया है। इसे अनेको प्रकार से प्रयोग किया जा सकता है। यदि कोई व्यक्ति आपको परेशान कर रहा है चाहे वो सास-ससुर, पडोसी या अन्य कोई भी हो तो इसका प्रयोग कर सकते है इसके लिए एक लौंग को अपने दाहिने हाथ में लेकर 21 बार ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चमुण्डायै विच्चे मन्त्र का जाप करके इस लौंग को दक्षिण दिशा की और फैंक दें। इससे आपको परेशान करने वाले की भावना आपके प्रति बदल जायेगी और वह शांत होंगे तथा आपके प्रति प्रेम पूर्ण व्यवहार करेंगे।

3 राई :- यह शनि देव से संबंधित होती है। इसके भी कई उपयोग है जो कि इस प्रकार से है। यदि कोई व्यक्ति कर्ज में फँसा हुआ है और अपना क़र्ज़ नहीं उतार पा रहा है तो इसके लिए वह व्यक्ति अमावस्या तिथि को अर्धरात्रि में काली राई लेकर अपने घर की छत पर जाए और कम से कम 21 बार ॐ श्रीं ह्रीं महालक्ष्म्यै नमः मन्त्र का श्रद्धापूर्वक जाप करते हुए उस राई को दसों दिशाओं में फैंक दे। दस दिशाए इस प्रकार से है :- पूर्व, ईशान, उत्तर, वायव्य, पश्चिम, नैऋत्य, दक्षिण, आग्नेय, आकाश और पृथ्वी आदि। इसप्रकार उपाय करने से अतिशीघ्र फल प्राप्त होता है।

यदि शनि ग्रह की वजह से विवाह में विलम्ब हो रहा हो या हो ही न रहा हो या बात बनते बनते रह जाती हो तो इसके लिए जातक के माता-पिता, शनिवार के दिन, सूर्यास्त के समय, 250 ग्राम राई, छोटे से काले कपड़े में बांधकर, पीपल के वृक्ष के जड़ में रख दे और ऐसा कर्म तीन शनिवार, बगैर नागा किये, नियमित तौर पर करे।

इसीप्रकार यदि आपके बच्चे को नज़र दोष हो तो थोड़ी सी राई को नमक मिला कर, अपनी बच्चे के सर से सात बार उल्टा वार कर जला दें। लाभ होगा।

4 साबुत उड़द :- शत्रु नाश के लिए शनिवार के दिन दोपहर को 12 से 2 के मध्य, साबुत उड़द के 38 दाने और साबुत चावल के 40 दाने मिलाकर ज़मीन में दबा दें और दबाने के बाद वहाँ नीम्बू निचोड़ दें। निम्बू निचोड़ते समय अपने शत्रु का नाम लेते रहें।

मुक़दमे में विजय के लिये निम्बू निचोड़ते समय दूसरे पक्ष का नाम लें। इसीप्रकार से शनि देव की शांति हेतु साबुत उड़द को शुक्रवार को सांयकाल में उबाल कर शनिवार को सुबह पीपल पर चढ़ा दे।

यदि किसी को नज़र लगी हो तो 18 दाने साबुत उड़द के लेकर जिस व्यक्ति को नज़र लगी हो उस पर से 7 बार उल्टा उसारा करके चौराहे पर या पीपल पर फिकवा दें। उसारा करते समय ॐ हुं फट स्वाहा का जाप करते रहें।यह उपाय यदि किसी को प्रेत बाधा हो तो भी किया जा सकता है।

5 साबुत धनिया :- इसे समृद्धि समृद्धि का प्रतीक माना गया है। होली, दीपावली, अक्षय तृतीया, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानि पहला नवरात्र आदि के दिन इसका प्रयोग दूकान में व्यापार बढ़ाने के लिए किया जाता है। जिन व्यापारियों की दूकान के बिक्री न होती हो या ग्राहक दूकान में आकर खाली लौट जाता हो, उन लोगो को छोटे से लाल कपडे में थोड़ा सा साबुत धनिया, एक रूपये का सिक्का, थोड़ी सी दूर्वा व् थोड़े से साबुत चावल बांधकर अपनी दूकान के गल्ले या तिजोरी में रखना चाहिये। ऐसा करते समय ॐ कुबेराय नमः मन्त्र का 21 बार जाप अवश्य करना चाहिये।

6 साबुत काली मिर्च :- यदि आपके घर में सभी सदस्य बीमार रहते हो या बीमारी घर से निकलने का नाम ही न ले रही हो या घर में क्लेश रहता हो या आपके घर पर किसी ने तंत्र किया हो तो इन सबके उपाय के लिए शनिवार को दोपहर 12 से 2 के मध्य कुल 7 काली मिर्च ले, इन 7 काली मिर्च में से एक काली मिर्च अपने हाथ में लेकर 21 बार ॐ बटुक भैरवाय नमः मन्त्र का जाप करें। इसप्रकार एक एक करके सातो काली मिर्चों को अभिमंत्रित करें, इसके पश्चात 4 काली मिर्च घर के चारो कोनो में, 1 को घर के मध्य में, 1 को घर की छत पर और सातवीं काली मिर्च को घर के बाहर फैंक दें। यदि समस्या गम्भीर हो तो इसे 7 शनिवार तक दोहराया जा सकता है।

7हींग :- यदि आपके घर पर नज़र दोष हो या घर में आर्थिक समस्या हो या घर में क्लेश रहता हो तो इसके लिए शनिवार को आप हींग को पानी में घोल लें, फिर इस हींग वाले पानी में मौली का धागा डालें, और इसे आधा घंटा इसी पानी में पड़ा रहने दे, उसके पश्चात् इस धागे को पानी से निकाल कर धूप में सुखा दें। सुख जाने के बाद उस मौली के धागे की बत्ती बनाकर, सांयकाल में तिल के तेल में डालकर दीपक जलाएं और दीपक को अपने घर के मैन गेट के पास अंदर की और जलाना चाहिये। यह उपाय 7 शनिवार तक करें। इस उपाय से उपरोक्त सभी समस्याओं का निदान होगा।

8 गुड़ :- जिनकी जन्मपत्रिका के अनुसार शनि की साढ़ेसाती चल रही हो या शनि की दशा हो उन्हें कच्चे दूध में काले तिल और गुड मिलाकर पीपल पर अर्पित करना चाहिये।
इसीप्रकार यदि किसी का पैर चौराहे पर आया हो तो उसे एक गुड की डली अपने ऊपर से 7 बार उल्टा वार करके चौराहे पर या पीपल पर डलवा देनी चाहिये। इससे चौराहे पर पैर पड़ने के कारण होने वाली परेशानी दूर होती है। यदि आपकी जमीन काफी कोशिशो के बाद भी बिक ना रही हो तो एक ताम्बे की लुटिया में गुड भरकर इसे अपने प्लाट में वीरवार को दबाना चाहिये। जल्दी ही लाभ होगा।

9 शहद :- यदि दाम्पत्य जीवन में बाधा हो तो शहद को शिवलिंग पर चढ़ाने से लाभ होता है। इसीप्रकार दूध में शहद मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाने से आर्थिक समस्या दूर होती है। यदि किसी जातक की जन्मपत्रिका के अनुसार मंगल ग्रह खराब स्थिति में हो तो शनिवार के दिन दोपहर 12 से 2 के मध्य एक काँच की शीशी में शहद भरकर किसी निर्जन स्थान के दबाने से मंगल ग्रह की शांति होती है।

10 जायफल :- इसे शिव जी का प्रतीक माना जाता है। जायफल को अपने हाथ में लेकर 3 माला ॐ नमः शिवाय ॐ मन्त्र का जाप करके इसे शिवलिंग पर चढ़ा कर आये, यह प्रयोग 3 सोमवार तक करना है। ऐसा करने से कोई भी पुराना रोग हो ठीक होने की सम्भावना बढ़ जाती है। यदि यह प्रयोग बीमार व्यक्ति स्वयं ना कर सके तो कोई रिश्तेदार भी कर सकता है।