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🚩🚩#मकरसंक्रांतिविशेष🚩🚩
ज्योतिष गणना के अनुसार सूर्य जब उत्तरायण की स्थिति में आता है यानी मकर राशि में प्रवेश करते है तो खरमास समाप्त हो जाएंगे और शुभ काम होना शुरू हो जाएंगे।
ज्योतिष गणना के अनुसार, साल में सूर्यदेव एक अवधि तक एक-एक करके 12 राशियों में प्रवेश करते हैं। जब सूर्य देव राशि परिवर्तन करते हैं, तो इसे संक्रांति नाम से जानते हैं। इसके साथ ही जिस राशि में प्रवेश कर रहे है उस राशि का नाम आगे जुड़ जाता है। इसी तरह सूर्यदेव नए साल में 14 जनवरी की रात (2:53AM)को मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में मकर संक्रांति का योग बनता है। जानिए 12 संक्रांति में से मकर संक्रांति क्यों होती है खास और किस तरह इस साल संक्रांति आ रही हैं।
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ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, इस साल की संक्रांति विशेष ग्रहों, नक्षत्रों और आयुध के साथ वाहनों से युक्त होगी। ऐसे में इसका फल भी अलग-अलग होगा। इस बार संक्रांति #वराह में सवार होकर आ रही हैं और उप वाहन वृषभ यानी बैल है।
मकर संक्रांति पर बन रहा खास योग, सुख-समृद्धि के लिए ऐसे करें सूर्यदेव की पूजा
👉फल👇
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मकर संक्रांति के कारण देश दुनिया में काफी फल पड़ने वाला है। कई क्षेत्रों में बारिश कम होगी जिसके कारण सूखा का प्रभाव अधिक रहेगा। इसके साथ ही बदलते मौसम के कारण अधिक लोगों के सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। वहीं सरकारी कर्मचारियों के प्रति लोगों का काफी गुस्सा बढ़ेगा। यह संक्रांति कई लोगों के लिए शुभ साबित नहीं होगा।
👉संक्रांति काल
👉वाहन – वराह
👉उप वाहन – वृषभ
👉वस्त्र – हरा रंग
👉पुष्प – बकुल
👉अवस्था – वृद्धावस्था
👉लेपन – चंदन
👉हथियार – खड्ग
👉आभूषण – मोती की माला
👉पात्र – ताम्र पात्र
👉भिक्षा – अन्न
👉दिशा – पश्चिम से उत्तर
👉दृष्टि- ईशान
👉स्थिति-बैठी हुई
सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो मकर संक्रांति होती है। जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तो ये पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध की ओर गति करने लगती है। भारत उत्तरी गोलार्ध में होने से दिन बड़े और रात छोटी होने लगती हैं। इसके साथ ही सूर्य की रोशनी अधिक समय तक फसलों में रहती हैं। इसलिए मकर संक्रांति को खास माना जाता है।
👉राशि फल 👇
मेष राशि-
राशि से दशम कर्म भाव में गोचर करते हुए सूर्य देव का आना आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। कार्यक्षेत्र का विस्तार तो होगा ही शासन सप्ताह का भी पूर्ण सहयोग मिलेगा। उच्चाधिकारियों से मधुर संबंध बनेंगे। सरकारी सर्विस के लिए आवेदन करना सफल रहेगा विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए प्रयास करना चाह रहे हो तो यह अवसर सर्वोत्तम रहेगा किसी भी तरह के नए अनुबंध पर हस्ताक्षर करना हो तो भी और सर अनुकूल है।
वृषभ राशि-
राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव का सामना करवाएगा। ऐसा भी हो सकता है कि आपका कार्य कुछ समय के लिए होते होते रुक जाए किंतु हताश न हों सफलता आपको ही मिलेगी। धर्म और आध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। सोची-समझी रणनीति कारगर सिद्ध होगी। लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए समय बेहद अनुकूल रहेगा।
मिथुन राशि-
राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बहुत अच्छा तो नहीं कहा जा सकता क्योंकि स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। अग्नि, विष तथा दवाओं के रिएक्शन से बचें। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं। हर कार्य तथा निर्णय बहुत सावधानीपूर्वक करने की आवश्यकता है आपकी सूझबूझ आपके लिए ही लाभदायक रहेगी। कोर्ट कचहरी के मामले परेशान कर सकते हैं किंतु मान सम्मान की वृद्धि होगी। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद हल होंगे पारिवारिक मतभेद बढ़ने न दें।
कर्क राशि-
राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव मांगलिक कार्यों में थोड़ा विलंब ला सकता है। विवाह संबंधी वार्ता थोड़ा और आगे बढ़ जाएगी। दांपत्य जीवन में कड़वाहट न आने दें। यह समय सामाजिक पद प्रतिष्ठा तो बढ़ाएगा ही साथ में कलह भी बढ़ाएगा। भावनाओं में बहकर लिया गया निर्णय नुकसानदेय सिद्ध हो सकता है। अपनी रणनीतियां तथा योजनाओं को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। शासन सत्ता का भी पूर्ण सहयोग मिलेगा।
सिंह राशि-
राशि से छठे शत्रु भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है, काफी दिनों के प्रतिक्षित कार्य संपन्न होंगे। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के सरकारी टेंडर के लिए आवेदन करना हो तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा।
कन्या राशि-
राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए नई-नई चुनौतियां ला सकता है किंतु शोध कार्यों में लगे हुए छात्रों के लिए इनका गोचर बहुत शुभ रहेगा। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी इसलिए अपने कार्य के प्रति ही चिंतनशील रहें। संतान संबंधी चिंता भी परेशान कर सकती है फिर भी नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के योग। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से मतभेद बढ़ने न दें।
तुला राशि-
राशि से चतुर्थ सुख सुख भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। कार्यक्षेत्र का विस्तार तो होगा किंतु किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह और मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है। आपके अपने ही लोग षड्यंत्र करेंगे इसके लिए सावधान रहें। जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन का भी क्रय करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग हैं।

वृश्चिक राशि-
राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए सूर्य बेहतरीन सफलता दिलाएंगे। साहस पराक्रम की वृद्धि तो होगी ही आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना होगी। ऊर्जाशक्ति का पूर्ण उपयोग करते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। इस अवधि के मध्य परिवार में छोटे सदस्यों से मतभेद बढ़ने न दें। धर्म और अध्यात्म के प्रति उन्नति रहेगी। धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान पुण्य करेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।

धनु राशि-
राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव सामान्य फलकारक ही रहेगा। स्वास्थ्य विशेष करके दाहिनी आंख से संबंधित समस्या से सावधान रहना पड़ेगा। परिवार में अलगाववाद की स्थिति न उत्पन्न होने दें। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद हल होने की प्रबल संभावना है। रचनात्मक एवं शोधपरक कार्यों में सफलता मिलेगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और प्रयास करने होंगे। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी।
मकर राशि-
आपकी राशि में गोचर करते हुए सूर्य मान-सम्मान की वृद्धि तो कराएंगे किंतु कहीं न कहीं शारीरिक पीड़ा का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में विटामिंस की कमी न होने दें। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के सरकारी टेंडर के लिए आवेदन करना हो अथवा नौकरी के लिए प्रयास करना हो तो यह समय सबसे उत्तम रहेगा ।विवाह संबंधी वार्ता में थोड़ा विलंब होगा। ससुराल पक्षसे मतभेद बढ़ने न दें। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। साझा व्यापार करने से बचें।
कुंभ राशि-
राशि से बारहवें व्यय भाव में गोचर करते हुए सूर्य अत्यधिक भागदौड़ और आर्थिक तंगी का सामना करवाएंगे। इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक धन उधार के रूप में न दें अन्यथा आर्थिक हानि का सामना करना पड़ेगा। दांपत्य जीवन में भी कड़वाहट न आने दें। विदेश यात्रा का भी लाभ मिलेगा। किसी दूसरे देश का वीजा या नागरिकता के लिए प्रयास कर रहे हों तो उसे दृष्टि से भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी आपस में सुलझा लेना समझदारी रहेगी।
मीन राशि-
राशि से एकादश लाभ भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जो सफलता चाहे जैसी सफलता चाहें अर्जित कर सकते हैं किंतु परिवार के वरिष्ठ सदस्यों अथवा बड़े भाइयों से मतभेद बढ़ने न दें। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में किसी भी तरह के बड़े टेंडर का आवेदन करना चाह रहे हो तो उस दृष्टि से ग्रह गोचर सफलता देगा। जो ठान लेंगे उसे पूरा करके ही छोड़ेंगे इसलिए अपने लक्ष्य का ध्यान रखें।
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