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वास्तु दोष दूर करने का बेहतरीन तरीका तो बुध को शुभ रखना है क्योंकि वास्तु सक्रिय ज्यादा तब हुआ ज़ब राहू घरों में ज्यादा प्रवेश हुआ ओर राहू घर में अटैच लेट बाथ है जहाँ चंद्र राहू दोनों मिश्रित है यहाँ राहू को कंट्रोल सिर्फ ओर सिर्फ बुध ही करेगा वैसे भी चंद्र राहू की युति में बुध के उपाय कारगर सिद्ध होते हैँ राहू को इस्तेमाल करेंगे तो बुध का सहयोग सबसे ज्यादा जरूरी है बिजली के नंगे तार राहू है हाथ लगा दो तो झटका लगता है ओर रब्बड़ चढ़े तार पर हाथ लगा दो तो करंट नहीं आता ये रब्बड़ बुध है अचानक हादसा राहू देता है बुध अच्छा होगा तो इसे रोक लेगा ओर बहन बेटी कन्या ये साक्षात् जीते जागते बुध है इसलिये बहन बेटियों से रिश्ता खत्म न करके उनको सम्मान दें घर रहने के लिये बुलाये हंसी खुशी से विदा करें पत्नी दवाब में के चक्कर में दुत्कार न लगाएं राहू कंट्रोल रहेगा समृद्धि बढ़ेगी क्योंकि बढ़ोतरी बुध ही करता है लड़की ही वंश बढ़ाती है बेल ही जल्दी बढ़ कर सब्जी तैयार करती है पौधा ही पेड़ बन कर फल देता है ये सारे बुध के प्रतीक है असली उपाय तो यही है बाकी किताबी उपाय खूब पड़े हैँ पढो ओर करते रहो लेकिन बहन बेटी ख़ुश होकर जो शुभ आशीष देगी वो परमात्मा तक पहुँच कर ज्यादा अच्छी दवा बनेगी जो अजीवन घर द्वार ख़ुशहाल रखेगी भाभी ये क्यों नहीं सोचती कि मै भी किसी की ननद हूँ मेरी भी ननद है सास ये नहीं सोचती कि मै भी कभी बहु थी ओर बहु ये नहीं सोचती कि मै भी कभी सास बनुँगी अगर ऐसा सोचना शुरू कर दे तो शायद दुनियां के आधे झगड़े ठीक हो जाये इधर आदमी को एक तरफा फैसला नहीं रखना चाहिये जिसका जो अधिकार है उसे देना चाहिये माँ बहन को उनका अधिकार दे ओर पत्नी को उसका सम्मान दे बचे खुचे झगड़े यहाँ खत्म हो जायेंगे पुराने समय में यही रीत हुआ करती थी इसलिये परिवार संगठित होते थे आज कहीं आदमी तो कहीं औरत मै ही हूँ ओर मेरे पास ही अधिकार रहने चाहिये में जले कटे पड़े हैँ रिश्ते खत्म होते जा रहे हैँ समस्या ओर बीमारियां बढ़ती जा रही है पंडित पुरोहित आचार्य के सहारे उम्मीद जगा कर डर डर कर जीवन जी रहे हैँ ज़ब भाई साथ खड़ा है मंगल क्यों कमजोर होगा ज़ब बहन साथ है बुध क्यों कमजोर होगा ज़ब चाचा ताऊ साथ है शनी क्यों कमजोर होगा ज़ब माता पिता का सहयोग है चंद्र सूर्य क्यों कमजोर होंगे घर के बड़े ख़ुश है कुल पुरोहित ख़ुश है बृहस्पति क्यों खराब होगा ज़ब पत्नी साथ दे रही है तो शुक्र कहाँ खराब होगा ओर ज़ब पूरा परिवार संगठित है तो ससुराल जो राहू है उसकी पंचायती होगी नहीं ओर इंसान भर्मित नहीं होगा आज परिवार खंडित होने की वजह से ससुराल को पूरा मौका मिलता है भ्र्म जाल फैलाने का ओर तिल के ताड़ राई के पहाड़ बन कर बातें पेश होती है जिससे दुबारा एक दूसरे की शक्ल न देखने की स्तिथियां पैदा हो रही है लेकिन हमेशा ध्यान रहे कि मौका आने पर सास ससुर साले साली कभी काम नहीं आएंगे जितने खुद के परिवार वाले आएंगे क्योंकि उनमें अपना खून है ओर खून खून को पुकारता है ये कहावत सबनें सुन रखी होगी ओर ये सत्य भी है पहले बेटी को अच्छी सीख देकर विदा किया जाता था ताकि कहीं उलाहना न मिले आज खुद के घरों में चलती नहीं तो बेटी का परिवार ही तोड़ दो क्या फर्क पड़ता है ये प्रचलन आ गया है खुद का बुध बिगाड़ लिया बेटी का राहू बिगाड़ दिया फिर कहते है आचार्य जी कोई बढ़िया उपाय बताओ बुध राहू अच्छे हो जाये तो बांसुरी मेढक लाफिंग बुद्धा बाम्बू रखने से ग्रह ठीक नहीं होंगे ये निर्जीव है बल्कि सजीव रिश्ते सुधारने से ग्रह ठीक होंगे ये तो वही बात हो गई शुगर की टेबलेट ले लो ओर मीठा खा लो क्षणिक आराम मिल जायेगा लेकिन बदपरहेज से बीमारी तो क़ायम ही रहती है!!